Header Ads Widget

सेवानिवृत्त के बाद शिक्षक ने देहदान कर समाज में अनूठा उदाहरण पेश किया

   

सेवानिवृत्त के बाद शिक्षक ने देहदान कर समाज में अनूठा उदाहरण पेश किया

 

पन्ना - जिले के सलेहा के टीचर (शिक्षक) बिहारीलाल वर्मा मृत्यु के बाद भी छात्रों को शिक्षा देने के काम आये। उन्होंने मृत्यु के पहले देहदान का फैसला लिया था। बुधवार रात निधन के बाद बिहारीलाल वर्मा सलेहा अस्पताल के चिकित्सक डॉ अजय चौधरी के प्रयास से उनका संकल्प पूरा हुआ। बेटों ने उनकी पार्थिव देह मेडिकल कॉलेज सतना को सौंपी। सतना मेडिकल कॉलेज के छात्रों को अध्ययन के लिए यह पहली देह मिली है।
शिक्षक 2003 में  स्वेच्छिक सेवानिवृत्ति ली थी

 
सलेहा के रहने वाले शिक्षक बिहारी लाल वर्मा पिता सुमेरा वर्मा 73 वर्ष की 2003 में स्वेच्छिक सेवानिवृत्ति लेने के बाद 2016 तबीयत खराब हुई। परिजन इलाज कराने भोपाल लेकर पहुंचे। परिजनों की सहमति पर इलाज के दौरान शिक्षक ने नेत्र और
देहदान का संकल्प लिया था।

 
पिता का संकल्प बेटों ने किया पूरा
रिटायर शिक्षक शुगर और ब्लड प्रेशर के मरीज थे। बुधवार गुरुवार रात 2 बजे को हार्ट अटैक आया तो परिजनों को आवाज पिता की आवाज सुनकर दोनों बेटे भागवत और सत्यनारायण मौके पर पहुंचे। बेटे सत्यनारायण पिता का हाल देख सलेहा अस्पताल चिकित्सक को लेने पहुंचे लेकिन डॉक्टर के घर पहुंचने के पहले ही उन्होंने दम तोड़ दिया था। डॉक्टर ने घर जांच के बाद मृत घोषित कर दिया। पिता का संकल्प बेटों ने किया पूरा।

 
शिक्षक का संकल्प पूरा
दोनों बेटों ने पिता की मृत्यु के बाद उनके द्वारा लिए गए देहदान के संकल्प के बारे में सलेहा अस्पताल के मेडिकल ऑफीसर डॉ अजय चौधरी और एसडीएम गुनौर को बताया। दोनों बेटे सहित अन्य परिजन पिता के संकल्प को पूरा करने हर संभव प्रयास कर रहे थे। परिजनों की इच्छा देख डॉ चौधरी ने मेडिकल कॉलेज रीवा और सतना से संपर्क किया। डॉ चौधरी ने बताया, मेडिकल कॉलेज सतना के डीन डॉ शशिधर गर्ग, डॉ अंकित जैन विभागाध्यक्ष शरीर संरचना विभाग सूचना मिलते ही सक्रिय हो गए। मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने तत्काल एम्बुलेंस सलेहा भेजी।

 

शिक्षक यह देह दान कर अमर हो गए
मेडिकल कॉलेज सतना से भेजी गई एम्बुलेंस सुबह 9.30 बजे सलेहा पहुंची। पिता के साथ दोनों बेटे और डॉ अजय चौधरी, डॉ एमएल चौधरी देह लेकर दोपहर 1 बजे मेडिकल कॉलेज सतना पहुंचे। डीन समेत अस्पताल प्रबंधन सूचना मिलने पर देह लेने के लिए गेट तक आए। डीन डॉ शशिधर गर्ग ने बताया, सतना मेडिकल कॉलेज को देहदान के बाद पन्ना जिले के सलेहा से पहली बॉडी मिली है।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ